क्या 2018 के प्रसिद्ध अनंत पद्मनाभस्वामी मंदिर केस से प्रेरित है सुधीर बाबू, सोनाक्षी सिन्हा, दिव्या खोसला और शिल्पा शिरोडकर की फिल्म ‘जटाधारा’ की कहानी ?

नई दिल्ली:

सोनाक्षी सिन्हा और सुधीर बाबू स्टारर ‘जटाधारा’ अपने पहले लुक और भव्य टीज़र रिलीज़ के बाद से ही सुर्खियों में है. इस फिल्म को एक पौराणिक, रहस्यमयी और बड़े पैमाने पर बनी सुपरनैचुरल-एक्शन थ्रिलर बताया जा रहा है, जो आस्था, लालच और पवित्र स्थलों में छिपे रहस्यों की गहराइयों में उतरती है. फिल्म की पृष्ठभूमि मंदिर से जुड़े सदियों पुराने रहस्यों और कथाओं से प्रेरित मानी जा रही है. पद्मनाभस्वामी मंदिर अपनी गुप्त तहखानों, अकूत खज़ाने और प्रशासन को लेकर हुए कानूनी विवादों की वजह से लंबे समय से रहस्य और आकर्षण का केंद्र रहा है. माना जा रहा है कि मेकर्स ने इन्हीं वास्तविक घटनाओं और दंतकथाओं को आधार बनाकर एक पौराणिक और लोककथाओं से भरी काल्पनिक कहानी गढ़ी है, जिसमें अच्छाई और बुराई का टकराव दिखाया गया है. 

मंदिर की गाथा में सबसे रहस्यमय किस्सा है छठे द्वार का, जिसे खोलने की कोशिश के बाद कई अनहोनी घटनाएं घटित होने की बात कही जाती है. कहा जाता है कि प्रयास करने वाले की मौत हुई थी और इसके बाद केरल में प्राकृतिक आपदाएं आई थीं. निर्देशक वेण्कट कल्याण और अभिषेक जायसवाल ने फिल्म को लोककथाओं और वास्तविक घटनाओं से जोड़ने के लिए गहन रिसर्च की है, ताकि दर्शकों को प्रामाणिकता का एहसास हो. हालांकि, ‘जटाधारा’ किसी डॉक्यूमेंट्री की तरह सच्ची घटनाओं का सीधा चित्रण नहीं है, बल्कि यह कल्पना, पौराणिकता और रहस्य का मेल है, जिसे वैश्विक दर्शकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है. 

फिल्म में सुधीर बाबू, सोनाक्षी सिन्हा, दिव्या खोसला, शिल्पा शिरोडकर, इंदिरा कृष्णा, रवि प्रकाश, नवीन नेनी, रोहित पाठक, झांसी, राजीव कनकला, सुभालेखा सुधाकर समेत दमदार कलाकारों की टोली है. ज़ी स्टूडियोज़ और प्रेरणा अरोड़ा प्रस्तुत जटाधारा का निर्माण उमेश कुमार बंसल, शिविन नारंग, अरुणा अग्रवाल, प्रेरणा अरोड़ा, शिल्पा सिंगल और निखिल नंदा ने किया है. सह-निर्माता अक्षय केजरीवाल और कुसुम अरोड़ा हैं. फिल्म का म्यूज़िक ज़ी म्यूज़िक कंपनी ने तैयार किया है. जटाधारा 7 नवंबर को हिंदी और तेलुगु भाषाओं में सिनेमाघरों में रिलीज होगी. 

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