सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल के दिनों में जनपद कानपुर नगर, वाराणसी, मुरादाबाद, बदायूं, महराजगंज, उन्नाव, सम्भल, आगरा और बरेली में आपत्तिजनक जुलूस और भड़काऊ नारेबाजी की घटनाओं पर नाराजगी जताई है.

बरेली में कल हुए विवाद में अब तक 8 लोग अरेस्ट किए गए हैं. पुलिस ने तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है. इसके अलावा 1700 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज किया गया है. बरेली के अलग-अलग 3 थानों में 9 FIR दर्ज की गई है. चार इलाक़ों के CCTV को भी खंगाला जा रहा है. इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के सुप्रीमो तौकीर रजा अज्ञात जगह पर हिरासत में हैं. 17 पुलिस के लोग घायल और 40 से ज्यादा लोग घायल हैं.
कई जगहों पर दिखा था तनाव
बरेली हिंसा को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. IG के मुताबिक, शहर में 3–4 जगहों पर एक साथ हंगामा हुआ, जिसमें उपद्रवियों ने फायरिंग और पथराव किया. इस दौरान हुई झड़पों में 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. शुक्रवार को बरेली के अलावा मऊ, सहारनपुर और लखनऊ में भी विवाद भड़काने की कोशिश की गई. अब पुलिस ऐसे लोगों पर सख्त रुख अपनाने जा रही है.
सीएम योगी हुए सख्त
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उपद्रवियों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज खंगालें, सोशल मीडिया मॉनीटरिंग करें और हर एक उपद्रवी पर कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि ‘दशहरा बुराई और आतंक के दहन का पर्व है.’ उपद्रवियों पर ऐसी कार्रवाई हो कि वे दोबारा कभी ऐसी गलती के बारे में सोच भी न सकें. सख्त कार्रवाई के लिए किसी और समय का इंतजार न करें, यही समय है, सही समय है.
सुनियोजित साजिश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल के दिनों में जनपद कानपुर नगर, वाराणसी, मुरादाबाद, बदायूं, महराजगंज, उन्नाव, सम्भल, आगरा और बरेली में आपत्तिजनक जुलूस और भड़काऊ नारेबाजी की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह घटनाएं प्रदेश का माहौल खराब करने की सुनियोजित साजिश है, जिसे किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा. उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे उपद्रवियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए. आयोजकों और मास्टरमाइंड की पहचान कर उनकी सम्पत्ति तक की जांच हो. इन जुलूसों में शामिल एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए. वीडियो फुटेज खंगालें, सोशल मीडिया मॉनीटरिंग करें और हर एक उपद्रवी पर कार्यवाही करें.
